
By Alka
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Basant Panchami: कहते हैं बसंत पंचमी के दिन ही आदिशक्ति से माता सरवस्वती का अवतरण हुआ था. माघ माह के शुक्लपक्ष की पंचमी को प्रत्येक वर्ष सभी सनातनी बसंत पंचमी के रूप में मनाते हैं. माता सरस्वती ज्ञान की देवी हैं इसलिए प्रत्येक प्राणी इस दिन मां वीणादायनी का आशीर्वाद प्राप्त कर लेना चाहता है. आइए जानते हैं इस बार बसंत पंचमी कब पड़ रही है और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त.

Basant Panchami: पूजा की आवश्यक सामग्री
इस बार रविवार यानि 2 फरवरी 2025 के दिन बसंत पंचमी का पर्व पड़ रहा है. मां वीणा पाणि के पर्व पर पूजा विधि का अलग ही रूप होता है. सर्वप्रथम काठ की चौकी, ,पीला कपड़ा, हल्दी से रंगे अक्षत, इसके अतिरिक्त पीले रंग के फूल, पीली सरसों, माला, सफेद चंदन, आम्र पल्लव, एक जल भरा हुआ कलश, एक पान, सुपारी, छोटी इलायची, कुछ लौंग, हल्दी, बेसन के लड्डू, खीर कलावा, घी का दीपक, अगरबत्ती, यदि हवन करना हो तो हवन की सामग्री.
Basant Panchami: मां सरस्वती की पूजा विधि (Puja Vidhi)
Basant Panchami के दिन मां सरस्वती की पूजा करने के लिए सबसे पहले प्रथम पूज्य श्री गणपति को नमन कर कलश स्थापना कर उनकी पूजा करें. इसके बाद ही मां सरस्वती की पूजा करने का विधान है.
- मां सरस्वती की पूजा पंचोपचार या षडोपचार विधि से करनी चाहिए
- इस दिन स्नान ध्यान से निवृत होकर पीले वस्त्रों को धारण करें
- पूजा स्थल को साफ करके वहां पर काठ की चौकी रखें
- चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर उस पर पीले चावल छिटकें
- पीले चावल का अष्टदल पुष्प बनाकर उस पर कलश स्थापित करें
- कलश के ऊपर एप कटोरी में चावल रखकर उस पर घी का दीप प्रज्जवलित करें
- काठ की चौकी पर मां सरस्वती की प्रतिमा या चित्र को स्थापित करें
- फूलों से पूजा स्थल को सजाएं
- मां सरस्वती की प्रतिमा या चित्र को स्नान कराएं
- अक्षत, फूल माला, पीली सरसों तथा चंदन अर्पित करें
- मां की प्रतिमा या चित्र पर पीला वस्त्र भी चढ़ाएं
- धूप, दीप अर्पित करने के उपरांत भोग के रूप में पीले बेसन के लड्डू चढ़ाएं
- मंत्रोपचार से मां की आराधना करें
- यदि हवन करना चेहते हैं तो हवन सामग्री में घी मिलाकर मां का मंत्र उच्चारित करते हुए हवन करें.
- अब मां से क्षमा याचना करके प्रसाद वितरण करें
Basant Panchami पूजन के समय पढ़ें यह प्रभावकारी शुभ मंत्र
Basant Panchami: मां सरस्वती का मूल मंत्र क्या है?
वैसे तो मां सरस्वती का मूल मंत्र है, ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः लेकिन इसके अलावा भी मां सरस्वती के और भी कई प्रभावी मंत्र हैं जो इस प्रकार हैं..
- सरस्वती महाभागे विद्ये कमललोचने । विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते
- सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि । विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा
- ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वाग्देव्यै सरस्वत्यै नमः
- ॐ अर्हं मुख कमल वासिनी पापात्म क्षयम् कारी वद वद वाग्वादिनी सरस्वती ऐं ह्रीं नमः स्वाहा
- सरस्वत्यै नमो नित्यं भद्रकाल्यै नमो नमः
Basant Panchami: विद्या प्राप्ति के कुछ खास मंत्र
- ॐ ऐं ऐं ऐं ह्रीं ह्रीं ह्रीं सरस्वत्यै नमः
- शारदायै नमस्तुभ्यं मम हृदये प्रवेशिनी, परीक्षायां उत्तीर्णं, सर्व विषय नाम यथा
- सरस्वत्यै नमो नित्यं भद्रकाल्यै नमो नमः
- ॐ वागदैव्यै च विद्यम्हे कामराज्याय धीमहि, तन्नो देवी प्रचोदयात
- ॐ शारदा माता ईश्वरी में नित समुरि तोय हाथ जोड़ अरज करूं विद्या वर दे मोय
- सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि । विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा
- ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वाग्देव्यै सरस्वत्यै नमः
बसंत पंचमी के भक्तिमय माहौल के बीच मशहूर प्लेबैक सिंगर श्रेया घोषाल ने अपने फैंस को एक खास संगीतमय तोहफा दिया है. उन्होंने मां सरस्वती को समर्पित एक दिव्य भजन सरस्वती वंदना रिलीज़ किया है, जो विद्या, संगीत और कला की देवी की महिमा को खूबसूरती से दर्शाता है. यह भजन अब यूट्यूब पर उपलब्ध है और पूरे देश में लोगों के दिलों को छू रहा है, खासकर बंगाल में, जहां सरस्वती पूजा का खास महत्व होता है.