
By Alka
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Sunita Williams Education in Hindi: सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष यात्रा 9 महीने तक लंबी रही. अब उन्हें मिशन क्रू 10 के जरिए अब वापस लाया जाएगा. बता दें कि Sunita Williams का जन्म सितंबर 1965 में ओहियो, अमेरिका में हुआ था और वे भारतीय मूल की हैं. नासा में उनके योगदान और अंतरिक्ष में किए गए रिकॉर्ड तोड़ कार्यों के कारण वे विश्वभर में प्रसिद्ध हैं.

सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष यात्रा प्रेरणादायक है. उनका जन्म सितंबर 1965 में ओहियो, अमेरिका में हुआ था और वे भारतीय मूल की हैं. नासा में उनके योगदान और अंतरिक्ष में किए गए रिकॉर्ड तोड़ कार्यों के कारण वे विश्वभर में प्रसिद्ध हैं.
Sunita Williams ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर कई महत्वपूर्ण मिशनों में भाग लिया और वहां सांस्कृतिक वस्तुएं भेजने के लिए भी जानी जाती हैं. सुनीता विलियम्स अपने कठिन परिश्रम और समर्पण से युवाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए प्रेरित करती रहती हैं. इसलिए यहां आपको बताएंगे कि सुनीता विलियम्स कितनी पढ़ी-लिखी हैं (Sunita Williams Education) और ‘अंतरिक्ष उड़ान’ के लिए उन्होंने कौन सी पढ़ाई की है.
सुनीता विलियम्स का शुरुआती जीवन और पढ़ाई (Sunita Williams in Hindi)
सुनीता विलियम्स का का जन्म 19 सितंबर 1965 को ओहियो के यूक्लिड में डॉ. दीपक और बोनी पांड्या के घर हुआ था. विलियम्स ने 1983 में मैसाचुसेट्स के नीधम हाई स्कूल से ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी की.
फिजिक्स में ग्रेजुएशन और इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में किया मास्टर
सुनीता विलियम्स ने 1987 में यूनाइटेड स्टेट्स नेवल एकेडमी से फिजिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. 1995 में उन्होंने फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की.
2006 में शुरू हुई थी पहली अंतरिक्ष यात्रा (Sunita Williams Education)
9 दिसंबर 2006 को उनकी पहली अंतरिक्ष यात्रा हुई थी. अभियान (9 दिसंबर 2006 से 22 जून) 2007 तक चला और सुनीता विलियम्स ने फ्लाइट इंजीनियर के रूप में काम किया. नासा का कहना है कि जहाज पर रहते हुए उन्होंने 29 घंटे और 17 मिनट की कुल चार स्पेसवॉक करके महिलाओं के लिए विश्व रिकॉर्ड बनाया. Sunita Williams का दूसरा अंतरिक्ष मिशन 14 जुलाई 2012 को शुरू हुआ और अभियान 32/33 18 नवंबर 2012 तक चला. विलियम्स ने परिक्रमा प्रयोगशाला में अनुसंधान और अन्वेषण का संचालन करते हुए चार महीने बिताए. वह अंतरिक्ष में 127 दिन बिताने के बाद 18 नवंबर 2012 को कजाकिस्तान में उतरीं.
इस समय चर्चा में क्यों हैं सुनीता विलियम्स?
भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams in Hindi) अंतरिक्ष में जून 2023 से अंतरिक्ष में फंसी हैं. हालांकि अब व अपने साथी बुच विल्मोर के साथ इसी सप्ताह पृथ्वी पर वापस आ सकती है. क्रू-10 मिशन के अंतरिक्ष यात्री उनकी जगह लेंगे. सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर जून 2023 से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर हैं. उन्हें धरती पर वापस लाने के लिए नासा और स्पेसएक्स ने क्रू-10 मिशन लॉन्च किया है.