Swiggy IPO: ग्रे मार्केट में दिखी सुस्ती, क्या Hyundai जैसा होगा हाल!

By Alka

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Swiggy IPO: 6 नवंबर को खुल रहे ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी के IPO के डिटेल्स निवेशकों के लिए शुभ संकेत नहीं दे रहे हैं. दरअसल ग्रे मार्केट में फुस्स दिख रही इसकी कीमतें निवेशकों के लिए चिंता का सबब भी बन सकती हैं. ऐसे में जानिए Swiggy IPO में निवेश के लिए क्या कहते हैं मार्केट एक्सपर्ट्स!

swiggy IPO

Swiggy IPO: ये तय किया गया है Price Band

कंपनी ने IPO का प्राइस बैंड 371-390 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. एक एप्लिकेशन के साथ न्यूनतम लॉट साइज 38 शेयरों का है. रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए न्यूनतम निवेश राशि 14 हजार 820 रुपये है. Swiggy IPO के लिए शेयर अलॉटमेंट को संभवतः 11 नवंबर को अंतिम रूप दिया जाएगा और कंपनी को 13 नवंबर को स्टॉक एक्सचेंजेज में लिस्ट होने की उम्मीद है.

Swiggy IPO के ज़रिये कंपनी कितने करोड़ जुटाने की योजना में है!

स्विगी अपने आईपीओ के जरिये 11,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. इसमें कंपनी 4,500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 6,800 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (OFS)जारी होगी. बता दें कि स्विगी ने गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट के जरिये ड्राफ्ट पेपर फाइल किया था.

क्या Hyundai जैसा होगा हाल?

पिछले महीने आए Hyundai IPO का इश्यू साइज 27 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा था. इसकी ग्रे मार्केट में स्थिति अच्छी नहीं थी. इसकी लिस्टिंग भी अच्छी नहीं हुई थी. ऐसे में निवेशकों को डर है कि इसका हाल भी हुंडई जैसा न हो जाए.

हालांकि जानकारों के मुताबिक ऐसा कहना जल्दबाजी होगा.  क्योंकि जीएमपी एक संकेत मात्र है और इसमें तेजी से उतार-चढ़ाव आते हैं. अभी यह आईपीओ खुला नहीं है. ऐसे में यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि इसकी लिस्टिंग ग्रे मार्केट की उम्मीदों के मुताबिक होगी. जरूरी नहीं कि ग्रे मार्केट में जो कीमत है, उस आईपीओ की लिस्टिंग उनकी ही प्रीमियम पर हो.

Swiggy IPO: लगातार घट रहा GMP ?

SWIGGY IPO GMP

Swiggy IPO को ग्रे मार्केट में कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है. इनवेस्टर्स गेन की रिपोर्ट के अनुसार ग्रे मार्केट में कंपनी की स्थिति कमजोर हुई है. ग्रे मार्केट में स्विगी का आईपीओ आज 18 रुपये के प्रीमियम पर है. आज के जीएमपी को अगर देखें तो स्विगी के आईपीओ की लिस्टिंग 5 प्रतिशत के आस-पास हो सकती है. जो कि निवेशकों के नजरिए बहुत उत्साहित करने वाला नहीं है. बता दें, अब तक ग्रे मार्केट में सबसे अधिक जीएमपी 25 रुपये ही रहा है.

तो वहीं Economic Times के बाजार विश्लेषकों के मुताबिक Swiggy IPO का मौजूदा जीएमपी 22 रुपये है, जो कैप प्राइस की तुलना में 5.6 प्रतिशत अधिक है.

क्या है कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति!

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2024 में इसका घाटा 4,179.3 करोड़ रुपये से गिरकर 2,350.2 करोड़ रुपये पर आ गया. इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 36 फीसदी बढ़कर 11,247.4 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. चालू वित्त वर्ष की बात करें तो जून तिमाही में कंपनी का घाटा सालाना आधार पर 564 करोड़ रुपये से बढ़कर 611 करोड़ रुपये पर पहुंच गया लेकिन रेवेन्यू 35 फीसदी बढ़कर 3,222.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.

Swiggy कंपनी पिछले तीन वित्तीय वर्षों में घाटे में रही है!

स्विगी एक ऑनलाइन खाद्य और किराना डिलीवरी कंपनी है और यह पहले हाइपरलोकल कॉमर्स प्लेटफॉर्म में से एक है. वित्तीय मोर्चे पर, कंपनी ने समेकित आधार पर पिछले तीन वित्तीय वर्षों में घाटे की सूचना दी है.

मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए, स्विगी ने 2,350.24 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा और 11,634.35 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया. जून 2024 को समाप्त तीन महीनों के लिए, कंपनी ने 611.01 करोड़ का शुद्ध घाटा और 3,310.11 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया.

भारत में 681 शहरों में मौजूद है food delivery business

कंपनी को रेस्टोरेंट और मर्चेंट पार्टनर्स से मिलने वाले कमीशन, विज्ञापन राजस्व, ग्राहकों और डिलीवरी पार्टनर्स से मिलने वाली फीस और स्विगी वन से मिलने वाले सब्सक्रिप्शन राजस्व से राजस्व प्राप्त होता है. भारत में 681 शहरों में मौजूद food delivery व्यवसाय सबसे बड़ा है.

(डिस्क्लेमरः यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यह निवेश की सलाह नहीं है. शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है. किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

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Alka Tiwari is a seasoned author with over 10 years of experience writing for women. Her work focuses on empowerment and personal growth, delivering inspiring and relatable stories that resonate deeply. Alka is dedicated to uplifting and connecting with her readers.

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