By Alka
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Parenting tips: बच्चों को पालना इस दुनिया का सबसे कठिन और ऐसा काम है जिसके लिए ना तो कभी कोई पुरस्कार मिलता है और ना ही कोई आपकी तारीफ करता है लेकिन फिर भी आपको अपनी यह जिम्मेदारी बखूबी निभानी होती है। आपके बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए यह एक बहुत चुनौती भरा काम है।
Parenting tips : बच्चों की पसंद और नापसंद का ख्याल रखें
बच्चे छोटे हों या बड़े parents को उनसे तरह-तरह की उम्मीदें होती है। आज के समय में जब इतनी व्यस्तता है पेरेंट्स के साथ तो बच्चों को पालना सच में कोई आसान काम नहीं है। खाने से लेकर खिलौने sports, पढ़ाई हर मामले में बच्चों की पसंद और नापसंद का ख्याल रखना, उनकी सेहत का ध्यान रखना ऐसी कई बातें हैं जिनका ध्यान रखना पड़ता है।
Parenting tips : गलत व्यवहार से बचें
कई बार ऐसा होता है कि parenting में गलत तरीके का व्यवहार बच्चों को बहुत प्रभावित करता है। इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए कि बच्चों के साथ ऐसा कोई व्यवहार ना हो जिससे उस पर इसका गलत प्रभाव पड़े।
Parenting tips : good parenting की रखें मिसाल
गलत काम करना या कुछ गलत बोलना, जिद करना यह सब बच्चों में कोई नई बात नहीं है लेकिन, आप इन सभी बातों को कैसे हैंडल करते हैं और बच्चों को कैसे सही दिशा में मोड़ते हैं यह एक good parenting की निशानी होती है।
बच्चों को कैसे सही सीख दें! उन्हें कैसे समझाएं! यह सवाल हर माता-पिता के दिमाग में होता है तो चलिए- आज आपको कुछ ऐसी parenting tips देते हैं जिसके जरिए आप बिना चीखे-चिलाए अपने बच्चों को सही दिशा दिखा सकते हैं। चीखना और चिल्लाना बच्चों की सेहत के लिहाज से बिल्कुल सही नहीं है।
रोजमर्रा के जीवन में माता-पिता अक्सर इस स्थिति से गुजरते हैं कि बच्चा कुछ भी ऐसा करता या कहता है जिससे आपको बहुत गुस्सा आ जाता है और आप तुरंत ही बच्चों के ऊपर चीखने और चिल्लाने लगते हैं लेकिन ये solution सही नहीं है। Parenting tips में आज जानिए आखिर बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए-
Parenting tips : बच्चों पर होता है ये असर
- बच्चों को बार-बार डांटने या चिल्लाने से आपके और बच्चों के रिश्ते में तनाव आ सकता है।
- अगर आपकी parenting डांट और फटकार के सहारे चल रही है तो इससे आपका बच्चा झूठ बोलने का आदी हो सकता है।
- बच्चे ऐसा सोच सकते हैं कि सच बोलना शायद आपको अच्छा ना लगे और आप उन पर चिल्लाने लगें।
- बच्चों का आप पर से trust खत्म हो सकता है।
- आपका बच्चा self-destructive हो सकता है।
- बच्चे का nature और behavior दोनों धीरे-धीरे बदलते चले जाएंगे।
- पेरेंट्स के चिल्लाने से बच्चा डर जाता है लेकिन उसे अपनी हरकत का पछतावा बिल्कुल नहीं होता इसका नुकसान आपको आगे आने वाले समय में समझ में आएगा।
- हर बच्चा अपने पेरेंट्स से ही सीखाता है और इसी कारण जब पेरेंट्स बच्चों पर झल्ला जाते हैं तो बच्चा उसे नॉर्मल behavior में शामिल कर लेता है और इसके बाद धीरे-धीरे उसका डर खत्म हो जाता है।
Parenting tips : बच्चों को पड़ जाती है बुरे व्यवहार की आदत
- आप झल्लाकर अपने बच्चों को डांट तो देते हैं और आपको लगता है कि आपकी डांट से बच्चा दोबारा वह गलती नहीं करेगा लेकिन, बच्चों पर इसका उल्टा ही असर होता है।
- बच्चे अपने माता-पिता के इस व्यवहार को उनकी आदत मान लेते हैं और खुद अपने रवैया में किसी तरह का बदलाव नहीं करते हैं।
- उन्हें यह लगता है कि उनके माता-पिता की बात करने की यही आदत है। बच्चों पर इसका बहुत ही गलत असर पड़ता है बच्चा आपके सामने धीरे-धीरे अनुशासन खोने लगता है।
Parenting tips : बच्चों की emotional health पर पड़ता है असर
- कुछ parents बहुत चिल्लाते हैं, बहुत गुस्सा दिखाते हैं क्योंकि बच्चे शैतानी करते हैं।
- कुछ बच्चे मां-बाप के इस तरह के व्यवहार से आहत होते हैं और वह डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं।
- कई बार पेरेंट्स अनजाने में बच्चों का दिल दुखा देते हैं।
- हर पेरेंट्स अपने बच्चों की परवरिश में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता लेकिन इसके लिए आपको अपने व्यवहाक के साथ ही बच्चों के behavior पर खासी नजर रखनी होगी।
Emotionally weak होने लगते हैं बच्चे
Parenting tips में यह बात जान लेना जरूरी है कि बच्चों पर चिल्लाने से आप एक तरह से बच्चों को इमोशनली वीक बनाते हैं। जब बच्चा भावनात्मक रूप से कमजोर होने लगता है तो वह धीरे-धीरे गुमसुम हो जाता है। बच्चा अपनी बात को किसी के भी साथ शेयर करना पसंद नहीं करता है। इसका रिजल्ट यह होता है कि बच्चा बाहर जाकर किसी को कुछ भी जवाब नहीं दे पाता और अपने इमोशंस को खुलकर व्यक्त नहीं कर पाता।
Parenting tips : mental health पर पड़ता है असर
- आपके झल्ला जाने का असर बच्चों की physical health के साथ ही mental health पर काफी पड़ता है।
- आपके बच्चे में anxiety, चिड़चिड़ापन या फिर depression दिख सकता है।
- आपके आसपास होने पर बच्चा बेचैन भी हो सकता है।
- हालांकि physical प्रभाव सामने आने में थोड़ा समय लगता है लेकिन बच्चों पर जो mental effect पड़ता है उससे धीरे-धीरे आपको अपना बच्चा गुमसुम नजर आने लगेगा।
Parenting tips : हो सकती हैं कई गंभीर बीमारियां
Parenting tips : कुछ research में आश्चर्यजनक रूप से यह सामने आया है कि जिन बच्चों के पेरेंट्स अपने बच्चों पर उनकी शैतानियां या उनकी हरकतों के लिए झल्ला जाते हैं या उन पर बहुत चिल्लाते हैं उन बच्चों को कुछ इस तरह की बीमारियां हो सकती है जो भविष्य में आगे चलकर उनकी सेहत के लिए भी खतरा बन सकती हैं।
इनमें artharaitis, maigren, गर्दन में दर्द और कमर दर्द जैसी शिकायत हो सकती है।
हड्डियों से संबंधित कई और बीमारियां भी हो सकती हैं।
इसके साथ ही mentally बच्चे का जो Harassment होता है उसका असर उसके बड़े होने पर उसके आसपास के वातावरण में उसके व्यवहार में भी दिखाई देता है।
बचपन में मिली डांट का असर बच्चों के बड़े होने पर दिखाई पड़ सकता है। सोसाइटी में वह अलग तरह से व्यवहार करता हुआ नजर आता है। आप खुद नहीं चाहेंगे कि आपका बच्चा बीमार रहे और सोसाइटी में उसकी image अच्छी ना बने इसलिए अपने चिल्लाने और अपने गुस्सा करने की आदत को छोड़ दें और अपने बच्चों को good parenting जरूर दें।
Parenting tips : बच्चों के आत्मविश्वास में आती है कमी
जिन बच्चों के माता-पिता घर में बहुत ज्यादा डांटे हैं उनके ऊपर झल्ला जाते हैं, चिल्लाते हैं उन बच्चों का कॉन्फिडेंस बहुत कमजोर हो जाता है। बच्चा ठीक तरीके से हर बात नहीं समझ पाता दूसरे बच्चों के साथ खेलने में उसे uncomfort फील होता है, जो समय के साथ चिंता का सबब भी बन सकता है। बच्चा अपने आप को दूसरों से कमतर समझने लगता है।
Parenting tips : आपको क्या करना चाहिए
- जब भी बच्चा कोई गलती करता है उस पर माता-पिता चिल्लाते हैं या उसे डांट लगा देते हैं कुछ समय के लिए बच्चा चुप हो जाता है और डर कर आपकी हर बात मान लेता है लेकिन बच्चे का व्यवहार इससे ठीक नहीं होगा। आपको सकारात्मक तरीके अपनाने होंगे।
- ऐसा नहीं है कि बच्चों को डांट-फटकार नहीं लगानी चाहिए।
- डांट-फटकार के साथ ही बच्चे से प्यार से बात करनी चाहिए।
- बच्चों को यह समझने में मदद करनी चाहिए कि उसे किसी बात पर डांट आखिर क्यों पड़ी है।
- जब आप बच्चों को उसकी अपनी गलतियों से सीखने में मदद करेंगे तो वह जल्दी सीखेगा।
- किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा होना नुकसानदायक हो सकता है। डांट-फटकार के साथ भी ऐसा ही है। अगर आपने कभी भी अपने बच्चों को नहीं डाटा है तो वह भी बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
- बहुत ज्यादा प्यार से पाले गए बच्चे हमेशा आपके कहे अनुसार नहीं चल सकते।
- अगर आपने अपने बच्चों को बचपन में नहीं डाटा है तो एक उम्र के बाद आप जब भी उसे रोकेंगे तो हो सकता है कि वह बगावत कर दे। हो सकता है कि वह सिगरेट पीना, दीवार पर सिर पटकना, चिड़चिड़ा होना, दरवाजा बंद करके खुद को बैठ जाना, इस तरह के काम सीख सकता है।
- इसीलिए सावधानी और समझदारी बच्चों की परवरिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- ना तो जरूत से ज्यादा लाड़-प्यार और ना ही जरूरत से ज्यादा डांट-फटकार बच्चों की परवरिश में काम आ सकती है।
जब भी बच्चे को डांटे तो उसे प्यार करना बिल्कुल ना भूलें। उसे गले से लगाएं और प्यार भरी बातों के साथ उसे उसकी गलती को ठीक करना बताएं। यदि आप ऐसा कर रहे हैं तो आप अपने बच्चों को एक अच्छी परवरिश दे पा रहे हैं।