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By Alka
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World Chess Champion: 18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश कुमार ने इतिहास रच दिया है. शतरंज में वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले भारत के गुकेश दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने हैं. विश्वनाथन आनंद के बाद अब शतरंज में विश्व चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने गुकेश ने निर्णायक 14वें गेम में चीन के डिंग लिरेन को हराकर इस खिताब को हासिल कया है.
![world chess champion D Gukesh kumar](https://herjankari.com/wp-content/uploads/2024/12/world-chess-champion-D-Gukesh-kumar-1024x576.webp)
डी गुकेश कुमार अब शतरंज की दुनिया के बेताज बादशाह बन गए हैं. गुकेश जैसे ही शतरंज का यह निर्णायक दांव जीते वह फूट-फूट कर रोने लगे. आपको बता दें कि लगभग 7 बरस की उम्र से गुकेश शतरंज खेल रहे हैं. FIDE वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 के निर्णायक मुकाबले में चीन के डिंग लिरेन सफेद मोहरों और गुकेश काले मोहरो के साथ खेल रहे थे.
18वें World Chess Champion बने डी. गुकेश
World Chess Champion का यह मैच टाइब्रेकर की तरफ जा रहा था कि 53वीं चाल में डिंग लिरेन का ध्यान भंग हुआ और उन्होंने गलती कर दी. चौंकन्ने डी गुकेश ने फिर लिरेन को वापसी का मौका नहीं दिया और अंत में पिछले साल के वर्ल्ड चैंपियन को मात देकर यह बाजी अपने नाम कर ली. गुकेश वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के 18वें World Chess Champion बने.
World Chess Champion को मिलेगी इतनी रकम
![D gukesh will get how much prize money](https://herjankari.com/wp-content/uploads/2024/12/D-gukesh-will-get-how-much-prize-money-1024x576.webp)
World Chess Champion का खिताब जीतने के लिए गुकेश को 25 लाख डॉलर की इनामी राशि में से 13 लाख डॉलर मिले. चेन्नई के गुकेश ने यहां ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैं पिछले 10 वर्षों से इस पल का सपना देख रहा था. मुझे खुशी है कि मैंने इस सपने को हकीकत में बदला.’ उन्होंने कहा, ‘मैं थोड़ा भावुक हो गया था क्योंकि मुझे जीत की उम्मीद नहीं थी. लेकिन फिर मुझे आगे बढ़ने का मौका मिला.’
डोम्माराजू गुकेश का जन्म चन्नई में हुआ था
डी गुकेश चेन्नई के रहने वाले हैं. इनका पूरा नाम डोम्माराजू गुकेश है. गुकेश का जन्म चेन्नई में 7 मई 2006 को हुआ था. उन्होंने 7 साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था. उन्हें शुरू में भास्कर नागैया ने कोचिंग दी थी. इसके बाद नागैया इंटरनेशनल चेस खिलाड़ी रहे. इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने गुकेश को खेल की जानकारी देने के साथ कोचिंग दी. गुकेश, आनंद शतरंज अकादमी (WACA) में ट्रेनिंग लेते हैं.
एम.एस.धोनी से है गहरा नाता
डी गुकेश कुमार 7 साल की उम्र से शतरंज खेलते हैं उनसे जब विजेता बनने के बाद पत्रकारों ने उनके आइडियल के बारे में पूछा तो गुकेश ने बताया कि वो बचपन से ही एम.एस. धोनी से बहुत प्रभावित हैं.
World Chess Champion को बचपन से है चेस से लगाव
गुकेश के पिता डॉक्टर हैं और मां पेशे से माइक्रोबायोलोजिस्ट हैं. स्कूल के दिनों में ही उन्हें इस खेल से प्यार हो गया. अपने शानदार प्रदर्शन के चलते वह तेजी से आगे बढ़ते गए. गुकेश ने 17 साल की उम्र में FIDE कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट भी जीता था. तब वह ऐसा करने वाले सबसे युवा प्लेयर बने थे. वहीं, इसी साल 10 से 23 सितंबर 2024 को बुडापेस्ट में चेस ओलंपियाड का आयोजन हुआ था. भारत ने मेंस और विमेंस दोनों कैटेगरी में चैंपियन बना था. ओपन कैटेगरी में गुकेश ने ही फाइनल गेम जीतकर भारत को जीत दिलाई थी.
World Chess Champion के करियर की बड़ी उपलब्धियां
गुकेश ने बहुत ही कम उम्र में यह साबित कर दिया था कि वह भविष्य के चेस के बड़े खिलाड़ी बनेंगे. वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप जीतकर गुकेश ने यह साबित भी कर दिया. चलिए गुकेश के करियर की कुछ बड़ी उपलब्धियों के बारे में जानतें हैं.
- 2024: World Chess Champion (Youngest)
- 2024: पेरिस कैंडिडेट्स टूर्नामेंट विजेता (Youngest)
- 2024: Chess Olympiad में भारत को विजेता बनाया
- 2023 फिडे सर्किट: दूसरा स्थान हासिल किया, कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया
- 2022 चेस ओलंपियाड: व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक, भारत ने कांस्य पदक जीता
- 2022: ऐमचेस रैपिड: मैगनस कार्लसेन के विश्व चैंपियन बनने के बाद उन्हें हराने वाले सबसे युवा खिलाड़ी
- 2021: जूलियस बेयर चैलेंजर्स चेस टूर: विजेता बने
- 2019: 12 साल 7 महीने और 17 दिन में ग्रैंडमास्टर बने
- 2018: वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप: विनर (अंडर-12 कैटेगिरी)
- 2015: अंडर-9 एशियाई स्कूल चैंपियनशिप (कैंडिडेट मास्टर का खिताब)