AUS v IND 2nd Test: पर्थ के शेर एडिलेड में ढेर, नहीं काम आया रोहित का Sacrifice, ये रहे हार के 5 बड़े कारण

By Alka

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AUS v IND: पिंक बॉल टेस्ट में टीम इंडिया की कहानी टांय-टांय फिस्स हो चुकी है. पर्थ टेस्ट में 295 रनों की बड़ी जीत हासिल करने के बाद दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया के इस शर्मनाक हार की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. आइए जानते हैं वह कौन से पांच बड़े कारण है जिनकी वजह से एडिलेड में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 10 विकेट से करारी शिकायत झेलनी पड़ी.

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मुकाबले के तीसरे दिन यानी कि 8 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए सिर्फ 19 रनों का टारगेट भारतीय टीम ने दिया था ऐसे में उसके लिए जीते महज़ एक औपचारिकता ही थी. अब दोनों टीमें एक एक से बराबर हो गई है दोनों टीमों के सीरीज का तीसरा मुकाबला 14 दिसंबर से ब्रिस्बेन में खेला जाएगा.

भारतीय टीम ने पर्थ टेस्ट में 295 रनों से बड़ी जीत हासिल की थी. भारतीय फैंस इस जीत के बाद एडिलेड में हुए मैच के लिए बहुत उम्मीद लगाए थे कि, टीम यहां पर अच्छा प्रदर्शन करेगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. कप्तान रोहित शर्मा की वापसी में भारतीय टीम ने जीत के लिए जितने प्रयास किया वह सब विफल हो गए. अब ऐसे में सवाल यह कि आखिर टीम इंडिया से कहां चूक हुई तो जानते हैं वह पांच कारण जिनकी वजह से टीम इंडिया हारी है-

AUS v IND: कप्तान रोहित शर्मा के बल्ले से नहीं निकले रन, 6 नंबर पर बैटिंग का फैसला सही नहीं रहा

AUS v IND में लगातार यह बात सामने आ रही थी कि कप्तान रोहित शर्मा फॉर्म में नहीं हैं. यह बात अभ्यास मैच में भी देखने को मिली थी जब रोहित शर्मा रन बनाने में नाकाम रहे थे. और यही कारण था कि रोहित शर्मा ने एडिलेड टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बता दिया था कि वह नंबर 6 पर बैटिंग करने के लिए उतरेंगे. लेकिन बावजूद इसके रोहित शर्मा कप्तान हैं बतौर कप्तान उनकी जो जिम्मेदारी थी वह नहीं निभा पाए. एडिलेड के टेस्ट में रोहित शर्मा दोनों ही पारियों में 5 और 6 रन बना कर पवेलियन लौट गए. रोहित इस मुकाबले में छठे नंबर पर उतरे थे लेकिन उनका यह फैसला सटीक नहीं बैठा.

AUS v IND: भारतीय बल्लेबाज़ बड़ा स्कोर बनाने में रहे नाकाम

AUS v IND virat kohli

AUS v IND के एडिलेड के मुकाबले में भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने दोनों ही पारियों में मिलाकर सिर्फ 81 ओवर ही खेले भारतीय टीम पहली पारी में 180 और दूसरी पारी में महेश 175 रन ही बना सकी अगर पहली पारी में काम से कम 300 रन बनाए होते तो काफी मदद मिल सकती थी लेकिन यहां दोनों पारियों को मिलाकर महल 355 रण में सिमट गई भारतीय टीम ऐसे में जीत की उम्मीद कम हो गई थी.

नहीं चला के.एल. राहुल और यशस्वी का बल्ला

AUS v IND के दूसरे टेस्ट में कप्तान रोहित शर्मा ने वापसी की. बतौर कप्तान रोहित शर्मा ने एक कड़ा फैसला भी लिया उन्होंने कहा कि वह 6 नंबर पर बैटिंग करने उतरेंगे क्योंकि के.एल. राहुल और यशस्वी जायसवाल फॉर्म में चल रहे हैं. लेकिन कप्तान का यह बलिदान काम नहीं आया. बता दें कि के.एल. राहुल और यशस्वी जायसवाल का बल्ला पर्थ टेस्ट के तरीके से एडिलेड में बिल्कुल भी नहीं चला. दूसरे टेस्ट के पहले मैच में यशस्वी जहां पहली बॉल पर ही ढेर हो गए तो वहीं के.एल राहुल बहुत ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाए. इस वजह से टीम इंडिया रन जुटाने में नाकाम रही.

अश्विन को देना चाहिए था ज्यादा मौका

AUS v IND में अब बाद गेंदबाजों की करते हैं. अश्विन का सही से एडिलेड टेस्ट में इस्तेमाल नहीं हो पाया. अनुभवी अश्विन को और मौका दिया जाना चाहिए था. हालांकि उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा. ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान वह काफी देर से गेंदबाजी करने के लिए आए. अश्विन ने 18 ओवर किए जिसमें उन्होंने 53 रन देकर महज एक विकेट लिया. बल्ले से अश्विन ने पहली पारी में 22 और दूसरी पारी में सात रन जुटाए.

AUS v IND: ट्रेविस हेड को जीवनदान मिलना टीम इंडिया पर पड़ा भारी

AUS v IND travis head

AUS v IND में अगर पूरे मैच पर नजर डाली जाए तो गेंदबाजों ने कोई कमाल नहीं दिखाया. ऑस्ट्रेलिया के तीनों तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने इस मुकाबले में अपनी शॉर्ट पिच गेंद का शानदार प्रदर्शन दिखाया. ऐसे में जाहिर है कि उन्हें सफलता भी मिली. लेकिन भारतीय गेंदबाज इस मुकाबले में बहुत फीके नजर आए. ट्रेविस हेड जब बैटिंग कर रहे थे तो शॉर्ट पिच गेंद पर टेस्ट लिया जा सकता था. वह कई बार शॉर्ट पिच गेंद पर आउट भी हुए हैं. ट्रेविस को भारतीय टीम ने दो बार जीवनदान भी दिया जिसका फायदा उठाते हुए ट्रेविस हेड ने 140 रन बना डाले.

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Alka Tiwari is a seasoned author with over 10 years of experience writing for women. Her work focuses on empowerment and personal growth, delivering inspiring and relatable stories that resonate deeply. Alka is dedicated to uplifting and connecting with her readers.

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