Pushya Nakshatra Yog 2025: दिवाली से पहले बन रहा है 24 घंटे से अधिक का महासंयोग, 14 और 15 अक्टूबर को धन-समृद्धि के लिए करें शुभ खरीदारी!

By Alka

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Pushya Nakshatra Yog 2025: पुष्य नक्षत्र 2025 की तारीख, समय और शुभ चौघड़िया मुहूर्त यहां जानें! आपको बता दें कि pushya nakshatra को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है। इसमें की गई खरीददारी जैसे सोना, संपत्ति, वाहन और व्यापार में निवेश के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है। कहा जाता है कि धन-समृद्धि और स्थायित्व के लिए इस नक्षत्र में खरीदारी अवश्य करनी चाहिए।

नक्षत्रों के राजा का आगमन: धनतेरस से पहले महायोग

ज्योतिष शास्त्र में Pushya Nakshatra को ‘नक्षत्रों का राजा’ कहा जाता है। इसका अर्थ है पोषण करना और ऊर्जा प्रदान करना। पुष्य नक्षत्र में किया गया कोई भी कार्य, विशेषकर खरीदारी और निवेश, लंबे समय तक सुख-समृद्धि और स्थायित्व प्रदान करता है। Also Read: Diwali Kab Hai 2025: दिवाली, धनतेरस और पूजा के शुभ मुहूर्त की संपूर्ण जानकारी

दिवाली और धनतेरस (18 अक्टूबर 2025) से ठीक पहले, इस वर्ष 14 और 15 अक्टूबर 2025 को पुष्य नक्षत्र का 24 घंटे से अधिक का महासंयोग बन रहा है, जो भक्तों के लिए धन, वैभव और सफलता के द्वार खोलने वाला है। यह अत्यंत दुर्लभ संयोग, खरीदारी और शुभ कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जा रहा है।

14-15 अक्टूबर को दिवाली से पहले बन रहा है ‘मंगल पुष्य’ और ‘बुध पुष्य’ का 24 घंटे से अधिक का महासंयोग।

पुष्य नक्षत्र की सटीक अवधि (Pushya Nakshatra Tithi 2025)

पंचांग गणना के अनुसार, पुष्य नक्षत्र इस वर्ष दो दिनों तक प्रभावी रहेगा, जिससे शुभ कार्यों के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।

  • पुष्य नक्षत्र प्रारंभ: 14 अक्टूबर 2025, मंगलवार को सुबह 11:54 बजे से।
  • पुष्य नक्षत्र का समापन: 15 अक्टूबर 2025, बुधवार को दोपहर 12:00 बजे तक।

Pushya Nakshatra का यह योग लगभग 24 घंटे 6 मिनट की शुभ अवधि है, जिसका लाभ भक्त खरीदारी और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में उठा सकते हैं।

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शुभ चौघड़िया मुहूर्त: खरीदारी के लिए सर्वोत्तम समय

पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) में शुभ चौघड़िया मुहूर्त के दौरान खरीदारी करना या नया काम शुरू करना विशेष फलदायी होता है।

तारीखसमय अवधिमुहूर्त का प्रकार
14 अक्टूबर 2025 (मंगलवार)सुबह 11:54 बजे से पूरी रात तक।प्रातः मुहूर्त: 11:54 ए एम – 01:33 पी एम (चर, लाभ, अमृत)
15 अक्टूबर 2025 (बुधवार)सुबह 06:22 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक।शुभ मुहूर्त

इस विस्तृत अवधि में भक्त अपनी सुविधानुसार शुभ खरीदारी की योजना बना सकते हैं।

मंगल पुष्य और बुध पुष्य का विशेष महत्व

पुष्य नक्षत्र का दो दिनों तक रहना एक विशेष संयोग बना रहा है, जिसे ‘मंगल पुष्य’ और ‘बुध पुष्य’ कहा जाता है, और दोनों का अपना विशिष्ट महत्व है:

  • मंगल पुष्य (14 अक्टूबर): मंगलवार को पुष्य नक्षत्र होने से इसे मंगल पुष्य कहते हैं। मंगल ग्रह भूमि और संपत्ति का कारक है, इसलिए यह संयोग जमीन, फ्लैट, संपत्ति और वाहन की खरीदारी के लिए सर्वोत्तम है। इस दिन प्रॉपर्टी में निवेश करने से स्थायित्व आता है।
  • बुध पुष्य (15 अक्टूबर): बुधवार को पुष्य नक्षत्र होने से इसे बुध पुष्य कहा जाता है। बुध ग्रह बुद्धि, व्यापार और संचार का कारक है। यह दिन ज्ञान, शिक्षा, व्यापार में निवेश, नए व्यवसाय की शुरुआत और बही-खाते खरीदने के लिए विशेष फलदायी है।

पुष्य नक्षत्र में क्या खरीदें? (Pushya Nakshatra Shopping)

पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) में खरीदारी का सीधा संबंध धन-समृद्धि को घर में स्थायी रूप से स्थापित करने से है। इस दिन ये वस्तुएं खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है:

  • सोना और चांदी: यह लक्ष्मी को आकर्षित करता है और समृद्धि लाता है।
  • नए बही-खाते या तिजोरी: व्यापार में लाभ और धन के संग्रहण के लिए।
  • वाहन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण: दीर्घकालिक उपयोग और शुभ फल के लिए।
  • देवी-देवताओं की मूर्तियाँ या यंत्र: दिवाली पूजा के लिए लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां या श्रीयंत्र खरीदना।
  • जमीन और संपत्ति: निवेश में वृद्धि और स्थायित्व के लिए।

दिवाली पर्व से पहले तैयारी का अवसर

यह पुष्य नक्षत्र (14 और 15 अक्टूबर) दिवाली के प्रमुख त्योहार (20 अक्टूबर 2025) और धनतेरस (18 अक्टूबर 2025) से कुछ दिन पहले आ रहा है। यह एक संकेत है कि भक्त उत्सव की तैयारी के लिए शुभ खरीदारी का कार्य पहले ही संपन्न कर लें। माना जाता है कि पुष्य नक्षत्र में खरीदी गई वस्तुएं धनतेरस और दीपावली के आगमन पर अपने शुभ प्रभाव को 13 गुना तक बढ़ा देती हैं। इस महासंयोग का लाभ उठाएं और अपने घर में सुख-समृद्धि का स्थायी वास सुनिश्चित करें!

अस्वीकरण (Disclaimer)

यहां दी गई जानकारी केवल धार्मिक मान्यताओं, लोक परंपराओं और प्रचलित जानकारियों पर आधारित है। Her Jankari इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है और न ही यह दावा करता है कि ये जानकारी पूर्णतः सत्य है। किसी भी मान्यता या जानकारी पर अमल करने से पहले कृपया अपने विवेक का उपयोग करें या संबंधित विशेषज्ञ से परामर्श लें।

Alka

Alka Tiwari is a seasoned author with over 10 years of experience writing for women. Her work focuses on empowerment and personal growth, delivering inspiring and relatable stories that resonate deeply. Alka is dedicated to uplifting and connecting with her readers.

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