Women’s Health: फाइब्रॉएड क्या है? सही समय से उपचार न होने पर यह कितना घातक हो सकता है?

By Alka

Published on:

Women’s Health: फाइब्राएड एक ऐसी समस्या है जिसकी हर जानकारी प्रत्येक महिला को होनी चाहिए ताकि वो सही समय पर इसका उपचार करवा सकें। हालांकि नए युग में महिलाएं अपनी सेहत को लेकर काफी सतर्क हो चुकी हैं लेकिन फिर भी कई महिलाएं अभी भी ऐसी हैं जो जानकारी के अभाव में बड़ी मुसीबत को न्यौता दे देती हैं। आज इस आर्टिकल में Women’s Health से जुड़ी ऐसी ही बड़ी समस्या के बारे में जानेंगे।

फाइब्राएड क्या होता है?

फाइब्रॉएड गर्भाशय में विकसित होने वाली गैर-कैंसरयुक्त (benign) वृद्धि या ट्यूमर हैं जिन्हें, गर्भाशय फाइब्रॉएड या मायोमा भी कहा जाता है। ये मांसपेशियों और रेशेदार ऊतक (fibrous tissue) से बने होते हैं। फाइब्रॉएड महिलाओं की प्रजनन आयु के दौरान, खासकर 30 से 50 वर्ष की उम्र के बीच, सबसे आम होते हैं। वैसे तो ये आम माने जाते हैं लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर रूप ले सकते हैं और ब्लीडिंग, दर्द या अन्य रिप्रोडक्टिव से जुड़ी समस्याओं का बड़ा कारण बन सकते है।

Women’s Health: यदि फाइब्रॉएड का उपचार न किया जाए तो क्या होगा?

फाइब्रॉएड, जिन्हें गर्भाशय फाइब्रॉएड या मायोमा भी कहा जाता है, गर्भाशय में विकसित होने वाली गैर-कैंसरयुक्त वृद्धि हैं। ये लगभग 70% महिलाओं में उनके बच्चे पैदा करने वाले वर्षों के दौरान पाए जाते हैं। जबकि कई महिलाओं को कोई लक्षण अनुभव नहीं होता है, दूसरों के लिए यह एक गंभीर समस्या बन सकती है। Women’s Health के तहत यदि फाइब्रॉएड का उपचार न किया जाए तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। आइए, इस पर विस्तार से चर्चा करें।

फाइब्रॉएड के उपचार न होने पर संभावित समस्याएं

जब फाइब्रॉएड को अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो इसके आकार और स्थान के आधार पर कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। Women’s Health में यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी फाइब्रॉएड हानिकारक नहीं होते, लेकिन कुछ मामलों में इनका अनुपचारित रहना जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है।

1. गंभीर रक्तस्राव और एनीमिया

Women’s Health में सबसे आम समस्याओं में से एक है भारी मासिक धर्म रक्तस्राव (मेनोरेजिया)। अनुपचारित फाइब्रॉएड गर्भाशय की परत पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे रक्तस्राव बढ़ जाता है। लगातार और भारी रक्तस्राव के कारण शरीर में खून की कमी हो सकती है, जिसे एनीमिया कहा जाता है। एनीमिया के कारण थकान, कमजोरी, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण हो सकते हैं। Women’s Health के कुछ गंभीर मामलों में, इसके लिए रक्त चढ़ाने की आवश्यकता भी पड़ सकती है।

2. प्रजनन संबंधी समस्याएं

women's health fibroids

Women’s Health की अगर बात करें तो अनदेखे फाइब्रॉएड महिलाओं की प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित कर सकते हैं।

  • बांझपन (Infertility): कुछ फाइब्रॉएड, विशेष रूप से सबम्यूकोसल फाइब्रॉएड (जो गर्भाशय की भीतरी परत में होते हैं), गर्भाशय के आकार और आकृति को बदल सकते हैं। इससे भ्रूण का आरोपण (Implantation) मुश्किल हो जाता है, जिससे बांझपन हो सकता है।
  • गर्भपात (Miscarriage): बड़े फाइब्रॉएड गर्भाशय में भ्रूण के लिए जगह कम कर सकते हैं या रक्त की आपूर्ति को बाधित कर सकते हैं, जिससे गर्भपात का जोखिम बढ़ जाता है।
  • गर्भावस्था की जटिलताएं: गर्भावस्था के दौरान फाइब्रॉएड के बढ़ने से समय से पहले प्रसव (प्रीटर्म डिलीवरी), प्रसव के दौरान दर्द और जटिलताएं हो सकती हैं। कुछ मामलों में, ये भ्रूण के विकास में भी बाधा डाल सकते हैं।

3. पेल्विक दर्द और दबाव

जैसे-जैसे फाइब्रॉएड बढ़ते हैं, वे आसपास के अंगों पर दबाव डाल सकते हैं।

  • पेल्विक दर्द: बड़े फाइब्रॉएड श्रोणि क्षेत्र (पेल्विक एरिया) में लगातार दर्द या दबाव का कारण बन सकते हैं। यह दर्द पीठ के निचले हिस्से या पैरों तक भी फैल सकता है।
  • पेशाब की समस्या: फाइब्रॉएड मूत्राशय पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे बार-बार पेशाब आने की इच्छा या पेशाब करने में कठिनाई हो सकती है।
  • कब्ज: यदि फाइब्रॉएड मलाशय पर दबाव डालते हैं, तो यह कब्ज का कारण बन सकता है।

4. डिजेनरेशन और तीव्र दर्द

दुर्लभ मामलों में, फाइब्रॉएड में रक्त की आपूर्ति कम हो सकती है, जिससे फाइब्रॉएड का डिजेनरेशन (Degeneration) हो सकता है। जब ऐसा होता है, तो फाइब्रॉएड के ऊतक मरना शुरू हो जाते हैं, जिससे तीव्र और अचानक दर्द होता है। इस तरह का दर्द अक्सर कुछ दिनों तक रहता है और फिर अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन यह बहुत असहज हो सकता है।

आसान शब्दों में कहें तो, जब फाइब्रॉएड तेजी से बढ़ता है, तो उसे बढ़ने के लिए पर्याप्त खून और ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। इस कमी के कारण फाइब्रॉएड के कुछ ऊतक (tissues) मरने लगते हैं। इस प्रक्रिया को ही डिजेनरेशन कहा जाता है।

फाइब्रॉएड का निदान और उपचार

Women’s Health के लिए महत्वपूर्ण है कि फाइब्रॉएड के लक्षणों को नजरअंदाज न किया जाए। यदि आपको ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण महसूस होते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

  • निदान: डॉक्टर आमतौर पर शारीरिक जांच, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई या हिस्टेरोस्कोपी जैसे परीक्षणों के माध्यम से फाइब्रॉएड का निदान करते हैं।
  • उपचार के विकल्प: फाइब्रॉएड के उपचार के कई विकल्प उपलब्ध हैं, जो फाइब्रॉएड के आकार, संख्या, स्थान और मरीज की उम्र व भविष्य में बच्चे पैदा करने की इच्छा पर निर्भर करते हैं।

Women’s Health: उपचार के कुछ प्रमुख विकल्प हैं:

  1. दवाएं: हार्मोनल दवाएं और आईयूडी (Intrauterine device) फाइब्रॉएड के कारण होने वाले रक्तस्राव को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन वे फाइब्रॉएड को पूरी तरह से खत्म नहीं करते।
  2. गैर-सर्जिकल प्रक्रियाएं: जैसे कि यूटेराइन आर्टरी एंबोलाइजेशन (UAE), जिसमें फाइब्रॉएड को रक्त की आपूर्ति बंद कर दी जाती है, जिससे वे सिकुड़ जाते हैं।
  3. मायोमेक्टॉमी (Myomectomy): यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें केवल फाइब्रॉएड को हटाया जाता है और गर्भाशय को बचा लिया जाता है। यह उन महिलाओं के लिए एक अच्छा विकल्प है जो भविष्य में गर्भधारण करना चाहती हैं।
  4. हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy): यह एक बड़ी सर्जरी है जिसमें पूरे गर्भाशय को हटा दिया जाता है। यह उन मामलों में अंतिम विकल्प माना जाता है जब अन्य उपचार प्रभावी नहीं होते या जब महिला को भविष्य में बच्चे पैदा करने की इच्छा नहीं होती।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें https://herjankari.com/ से।

Alka

Alka Tiwari is a seasoned author with over 10 years of experience writing for women. Her work focuses on empowerment and personal growth, delivering inspiring and relatable stories that resonate deeply. Alka is dedicated to uplifting and connecting with her readers.

Leave a Comment